ब्रिज रेक्टिफायर एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो एकल फेज या त्रिफेस AC को DC में बदलने का काम करता है। यह चार डायोड्स की एक सेट से मिलकर बना होता है, जिन्हें पूलीय रेक्टिफायर भी कहते हैं। यह डायोड्स एसी को डीसी में बदलने के लिए काम करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप विद्युत स्रोतों को डीसी विद्युत में परिवर्तित करने में मदद मिलती है। इसके द्वारा उत्पन्न की जाने वाली डीसी विद्युत महत्वपूर्ण उपयोगों के लिए उपयुक्त होती है जैसे कि बैटरी चार्जिंग, विभिन्न उपकरणों के लिए स्थिर विद्युत सप्लाई, और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए विद्युत स्रोत के रूप में।
सभी ब्रिज रेक्टिफायर में चार टर्मिनल होता है बीच के दो टर्मिनल AC के लिए तथा पहली+व आखरी – Dc टर्मिनल होता है
ब्रिज रेक्टिफायर की टेस्टिंग
सबसे पहले मल्टीमीटर को डायोड मोड में सेट करें उसके बाद निम्न के चरणों को फॉलो करें
Step 1 सबसे पहले प्रारंभ के दो टर्मिनल जो की + और ~ अर्थात एक Dc (+)टर्मिनल तथा AC (~) टर्मिनल में मल्टीमीटर का लाल लीड (+) तथा काला लीड (-) में लगते हैं डायोड फॉरवर्ड वाइस में हो जाता है और आपको कुछ रीडिंग दिखाई देती हैं।
Step 2 अब पहले दो टर्मिनल में लीड को आपस मे बदल दे अर्थात + में काला और ~ लाल तो डायोड रिवर्स बाइस में हो जाता है मल्टीमीटर में OL (open loop) दिखाई देता है क्योंकि रिवर्स वॉइस में उच्च प्रतिरोध होता है।
Step 3 अब ब्रिज रेक्टिफायर के बीच में दो एसी टर्मिनल होता हैं यानी पिन 2 और 3 (~,~)एसी टर्मिनल होता हैं इसमें मल्टीमीटर की लीड 2 ~ में काला तथा 3~ में लाल स्पर्श करते है तो आपको मल्टीमीटर OL दिखाई देगा। यानि कोई भी रीडिंग सो नहीं करेगा
Step 4 इसी प्रकार मल्टीमीटर की लीड को आपस में बदल दें तो आपको इसमें भी कोई रीडिंग (OL) नहीं दिखाई देगा ।
Step 5 अब ब्रिज रेक्टिफायर के टर्मिनल 3 व 4 में जोकि 3 ac~ टर्मिनल तथा 4 dc – टर्मिनल होता है अब आपको 3 में लाल तथा 4 में काला मल्टीमीटर के लीड लगाते हैं तो डायोड फॉरवर्ड वॉइस में कुछ रीडिंग दिखाई (0.6 से0.7) देती है।
Step 6 अब मल्टीमीटर का लीड आपस में चेंज कर देते हैं यानी 4 – में लाल और 3~ काला कर देते है तो डायोड रिवर्स बॉयस में हो जाता है मल्टीमीटर OL में दिखाई देता है
आशा करते हैं कि आपको समझ में आ गया होगा ।
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